अगवा हुयी बच्ची बरामद




निघासन-खीरी। चार दिन पूर्व सीएचसी से अज्ञात महिला द्वारा अगवा की गई तीन माह की बच्ची को पुलिस की सक्रियता के चलते चैथे दिन अपनी मां की गोद पुनः वापस मिल गई। पुलिस टीम ने सिंगाही रोड सरयू तट पर स्थित मोटेबाबा के पास महिला से बच्ची को बरामद किया। बच्ची को अगवा करने वाली महिला उसको लेकर अपने घर जा रही थी तभी उसको पुलिस ने पकड़ लिया।

बीते दो नवंबर को कोतवाली क्षेत्र की ग्राम पंचायत धर्मापुर के मजरा दीदारू टांडा निवासी  अशरफी पत्नी दिलवर अपना नसबंदी आपरेशन कराने हेतु रजिस्ट्रेशन व जांच करवाने के लिए सीएचसी आई थी। अपने साथ वह अपनी तीन माह की बेटी मौसमी और बहन की दस वर्षीय लड़की अंजुम को साथ लाई थी। वह अस्पताल में बैठकर जांच व रजिस्ट्रेशन के लिए डॉक्टर को दिखाने को अपना नंबर आने का इंतजार कर रही थी।

तभी वहां पहुंची एक अनजान महिला ने अशरफी के पास बैठकर उससे मेलजोल बढ़ाते हुए बातचीत करने लगी। अपना नंबर आने पर अशरफी अपनी बेटी मौसमी को भतीजी अंजुम की गोदी में देकर डॉक्टर के पास चली गई तभी इस महिला ने अंजुम को दस रुपए देकर और मौसमी को अपनी गोद में लेते हुए बाहर होटल से जलेबी लाने के लिए भेज दिया। जलेबी लेकर वापस आने पर अंजुम को महिला बच्ची मौसमी समेत गायब मिली तो उसने शोर मचाया।

शोर सुनकर वहां काफी भीड़ एकत्र हो गई और सभी ने सीएचसी व इधर.उधर महिला तलाशा लेकिन उसका कहीं पता नहीं लगा। वही सीएचसी परिसर से बच्ची के अगवा होने से हड़कंप मच गया। कोतवाली प्रभारी और दारोगा आदि ने पहुंचकर जानकारी ली। पीड़िता अशरफी की तहरीर पर पुलिस ने बच्ची को अगवा करने का मुकदमा दर्ज किया था। तभी से पुलिस लगातार दीदारू टांडा व आसपास के गांवों में महिला व बच्ची का सुराग लगा रही थी।

रविवार को एसआई राकेश कुमार सिंह और सिपाही रवि पाठक व वेदप्रकाश आदि को सिंगाही रोड पर मोटेबाबा स्थान के पास बहुत रो रही एक छोटी बच्ची व महिला के होने की सूचना मिली। सूचना पर पहुंचकर अगवा करने वाली महिला को बच्ची सहित पकड़ लिया। महिला ने पहले तो अपनी बच्ची बताई लेकिन कोतवाली लाकर पूछतांछ करने पर उसने अपना नाम सिंगाही थाने के पचपेड़ा रिछैया निवासी उषादेवी पत्नी रामनाथ बताया।

उसने बताया कि उसकी शादी के कई वर्ष हो जाने के बाद भी उसके कोई बच्चे नहीं है। इसी कारण वह संतान के लालच में आकर बच्ची को उठा ले गई थी। पुलिस ने बच्ची की मां असरफी को सूचना देकर उसे कोतवाली बुलाया और बच्ची को उसकी अभिरक्षा में देते हुए महिला को हिरासत में ले लिया है।

निघासन से विनोद गुप्ता की रिपोर्ट

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