गन्ना किसानों की पैरवी करने पर कांग्रेस नेत्री को मिली गालियां व भद्दे कमेंट





लखीमपुर-खीरी। गन्ना किसानों की जो लड़ाई खेत खलिहानों से चलकर गन्ना मिलों के गेट तक पहुंची थी, गुलरिया मिल के प्रबन्धन एवं मुख्य सुरक्षा अधिकारी के इशारे पर सुरक्षा अधिकारी के बेटें द्वारा कांग्रेस नेत्री वैशाली अली के ऊपर बेहद अश्लील व घृणास्पद साइबर हमले के बाद अब यह लड़ाई साइबर के मैदान में आ गई है।

कांग्रेस नेत्री वैशाली अली ने दो दिनों पूर्व बिजुआ ब्लाक के गदियाना गांव जाकर वहां जहरीली दवा पीकर जान गवाने वाले किसान रामस्वरूप के परिजनों से मुलाकात की थी इस मुलाकात के फोटो व खबर वैशाली अली ने अपनी फेसबुक पर अपलोड किया कल जब वैशाली अली ने अपनी पोस्ट के कमेन्ट्स और अपनी फेसबुक प्रोफाइल के मैसेज बाक्स में आये संदेशों पर निगाह डाली तो उन्हें पता लगा कि फेसबुक आई डी पर शशांक शेखर नाम से अपनी प्रोफाइल चला रहे शशांक शेखर नाम के युवक ने उन्हें बेहद अश्लील व भद्दी गालियां लिखते हुए कमेन्ट्स व मैसेज किये है शशांक शेखर के प्रोफाइल में दिये फोन नंम्बर पर फोन करवाने के बाद पता लगा कि यह शशांक शेखर गुलरिया चीनी मिल के मुख्य सुरक्षा अधिकारी श्री निवास कापरी का बेटा है उसकी प्रोफाइल में अपलोड तस्वीरों में गुलरिया चीनी मिल से सम्बन्धित पोस्ट भी अपलोड मिले।

कांग्रेस नेत्री वैशाली अली ने इस बारे में जब बिजुआ ब्लाक के स्थानीय पत्रकारों व किसानों से बात की तो पता चला कि बिजुआ ब्लाक स्थित गुलरिया चीनी मिल के इसी मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने 29 नवम्बर, 2013 को वैशाली अली के नेतृत्व में मिल गेट पर बस्तौली ग्राम के मृतक किसान की लाश के साथ चल रहे धरना प्रदर्शन पर सुरक्षा कर्मियों द्वारा गोलिया चलवाई थी, पानी की बौछार करवाई थी और पत्थर फेंकवायें थे बाद में सूचना मिली कि इसी सुरक्षा अधिकारी ने वैशाली अली व गांव के अज्ञात किसानों के नाम एफ आई आर भी भीरा थाने में दी थी।

अपने ऊपर गुलरिया मिल प्रबन्धन व सुरक्षा अधिकारी के इशारे पर उसके बेटे द्वारा किये गये बेहद अश्लील व महिला विरोधी साइबर हमले को गम्भीरता से लेते हुए वैशाली अली ने आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय जाकर अपनी फेसबुक प्रोफाइल के उपरोक्त अपलोड व उस पर शशांक शेखर के अश्लील हमले का प्रिन्टआउट और मैसेज बाक्स में अश्लील व गाली-गलौज भरे मैसेज का प्रिन्टआउट निकाल कर और उसे संलग्न करते हुए पुलिस अधीक्षक, लखीमपुर को शशांक शेखर मुख्य सुरक्षा अध्किारी और गुलरिया चीनी मिल के प्रबन्धन के खिलाफ थाने के साइबर सेल में साइबर अपराध के तहत मुकदमा दर्ज करने व तत्काल कार्यवाही करने का आवेदन पेश किया। लेकिन पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उनकी अनुपस्थिति में स्टाफ द्वारा शिकायत रजिस्टर पर वैशाली अली द्वारा उनके शिकायती पत्र का विवरण तो दर्ज करवा लिया लेकिन वैशाली अली को उस शिकायती पत्र की प्राप्ति दर्ज कर देने से मना कर दिया।

 स्टाफ का कहना था कि पुलिस अधीक्षक से बात किये बिना प्राप्ति अंकित करके देना बन्द कर दिया गया है। कांग्रेस नेत्री वैशाली अली ने खुलकर कहां कि अगर पुलिस अधीक्षक द्वारा तत्काल साइबर प्राथमिकी दर्ज कर कार्यवाही शुरू न की गई तो वे अपने आवेदन के साथ अदालत का दरवाजा खटखटायेंगी। उन्होंने बताया कि उनके आवेदन के साथ जो प्रिन्टआउट लगाये गये है वे मौलिक है और अपने आप में पुख्ता सबूत का दर्जा रखते है उन्होंने कहा कि उनकी शिकायत पर जिला पुलिस को तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए।

 आज यहां आयोजित प्रेस वार्ता में वैशाली अली ने गन्ना किसान आन्दोलन को रोकने के लिए जिलाधिकारी द्वारा जिले में धारा 144 लागू किये जाने की भी कड़े शब्दों मेें निन्दा करते हुए कहा है कि जिला प्रशासन को धारा 144 लगाने या मिल प्रबन्धकों के साथ मिलकर किसानों के खिलाफ बयानबाजी करने बाज आना चाहिए उन्होंने कहा कि कोई भी धारा 144 उनके नेतृत्व में चल रहे किसान आन्दोलन को रोक नही पायेगी और अगर तत्काल पिछला भुगतान करके गन्ना मिलों चालू न कराया गया तो आन्दोलन और बड़ा रूप लेकर सामने आयेगा।

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