बाढ़ व कटान की भारी तबाही से बचाव हेतु बनी परियोजना पर लगा गृहण



लखीमपुर-खीरी। नेपाली नदियों से हो रही बाढ़ कटान से भारी तबाही से बचाव के लिए बनाई गई १५४ करोड़ की परियोजना पर गृहण लग गया है। तीन माह बीत जाने के बाद इस रद्द परियोजना को नए सिरे से टुकड़ों में नई परियोजना बनाने की बात करते हुए डेढ़ माह पहले दूसरी टीम गठित की गई।

डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी वह टीम बार्डर पर जांच करने के लिए नहीं आई है। जिला पंचायत सदस्य राजीव गुप्ता ने प्रमुख अभियंता सिंचाई को पत्र भेजकर गठित टीम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शीघ्र ही प्रोजेक्ट बनाकर बाढ़ से मुक्ती दिलाने की मांग की है। बता दें कि आठ जुलाई को जिला पंचायत सदस्य राजीव गुप्ता ने प्रदेश के सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव को पत्र भेजा था। पत्र में  नेपाल बार्डर स्थित दर्जनों गांव नेपाली नदियों से बाढ़ और कटान झेल रही है। उन्होने मामले को गम्भीरता से लेते हुए मलेशिया के तर्ज पर ठोकरें बनाने का आदेश दिया था। इसके लिए करीब १५४ करोड़ रूपए की मंजूरी भी मिल गई थी।

उसके बाद १० सितम्बर को लखनऊ में अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें बड़ा प्रोजेक्ट होने की बात कह सिंचाई विभाग के मुख्यअभियंता ने इतनी धनराशि विभाग के पास होने की बात कह अस्मर्थता जताई। बैठक में दुबारा इस प्रोजक्ट पर विचार किया गया। एक टीम को गठित कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने की बात मुख्य अभियंता ने कही। आरोप कि डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी अभी तक गठित टीम बार्डर पर नहीं पहुंची है।

राजीव गुप्ता ने बताया कि दुबारा बनाई गई टीम में मुख्य अभियंता स्तर प्रथम, परियोजना विभाग के मुख्य अभियंता अनुसंसाधन एंवम् नियोजन विभाग के अभियंता शामिल है। उन पर जिला ंपचायत सदस्य पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करने की बात कही है।

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