निघासन-खीरी। किसानों को उचित दर पर उर्वरक की आपूर्ति करने के लिए
क्षेत्र के फुटकर खाद विक्रेता लामबंद हो गए हैं। क्षेत्र के विभिन्न बाजारों से
फुटकर विक्रेताओं द्वारा पिछले 20 दिनों से यूरिया खरीद ना किए जाने से क्षेत्र
में यूरिया का संकट पैदा हो गया है।
साथ ही क्षेत्र की सहकारी संस्थाओं में भी उर्वरक की भारी कमी के चलते
गेहूंए मसूर की फसलों की पैदावार पर भारी असर पड़ सकता है। इस संबंध में उर्वरक
विक्रेताओं ने बताया कि कृभको के एरिया अधिकारी तथा थोक विक्रेताओं की मिलीभगत से
उर्वरकों पर ओवर रेटिंग कराई जा रही है। अगर कोई फुटकर विक्रेता इस संबंध में आवाज
उठाने का प्रयास करता है तो उसे आपूर्ति ना करने की धमकी दी जाती है।
इस समस्या से त्रस्त होकर पलिया, रमियाबेहड़ व निघासन ब्लाक के फुटकर खाद
विक्रेताओं ने हनुमानगढ़ी मंदिर में आपात बैठक कर
ष्उर्वरक विक्रेता संघष् लखीमपुर खीरी का गठन किया। संगठन को गतिशील बनाने
के लिए सर्वसम्मति से राकेश बाथम को अध्यक्ष मनोनीत किया। बैठक को संबोधित करते
हुए नवनियुक्त अध्यक्ष राकेश बाथम ने कहा कि फुटकर विक्रेताओं की समस्याओं की लड़ाई
हर स्तर पर लड़ी जाएगी।
खाद विक्रेताओं की समस्याओं को शासन. प्रशासन के मध्य रख कर निराकरण कराने
का हर संभव प्रयास किया जाएगा। हर हाल में किसानों को उचित दर से उर्वरक की
आपूर्ति कराई जाएगी। बैठक में फुटकर विक्रेता ने ओवर रेटिंग के चलते कृभको यूरिया
के थोक विक्रेता एवं एरिया मैनेजर की जमकर आलोचना की तथा एक प्रतिनिधि मंडल बना कर
अधिकारियों से मिलकर समस्या के समाधान करने की योजना बनाई।
बैठक की अध्यक्षता पलिया से आए अनूप श्रीवास्तव ने की तथा बैठक का संचालन
हरीश पांडेय ने किया। बैठक में पलिया ब्लाक से रमिया बेहड ब्लॉक से तथा निघासन
ब्लाक से सैकड़ों खाद विक्रेता होने बैठक में हिस्सा लिया।
निघासन से विनोद गुप्ता की रिपोर्ट
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