मोहम्मदी-खीरी। नगर पालिका के खुले बड़े नाले में डूबकर एक ढाई वर्षीय बालक
की मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि बच्चा घर के दरवाजे से बाहर निकला तो सीधा नाले
में गिर गया।
मंगलवार प्रातः नौ बजे नाले में गिरे बच्चे का शव दो बजे दोपहर मे मिला। शव
मिलते ही घर.परिवार में कोहराम सा मच गया। नगर के मोहल्ला पश्चिमी लखपेड़ा की घनी आबादी
के बीच से गुजरा पुराना विशालकाय खुला नाले ने आज एक अबोध ढाई वर्षीय बालक की जान ले
ली।
नजीर के बड़े पुत्र सगीर का मकान इस नाले के किनारे पर है। प्रातः नौ बजे सगीर
का ढाई वर्षीय पुत्र फुजैल खेलता हुआ दरवाजे पर आ गया। दरवाजे के बाहर आते ही वह खुले
नाले में जा गिरा। उस समय गली में कोई मौजूद नहीं था। सम्भवतः बच्चे ने हाथ.पैर चलाये
होगे जिससे वह दरवाजे के सामने पड़े पत्थर के नीचे आ गया। बच्चा जब घर में नहीं दिखा
तो उसकी तलाश शुरू हुई।
मोहल्ले भर में तलाश कर लिया गया लेकिन नाले में नहीं देखा गया। बच्चे की तलाश
मोहल्ले से लेकर पूरे नगर में की गयी लेकिन बच्चे का कोई सुराग नहीं लगा। पड़ोसियो ने
नाले में झाककर देखा तो उसका हाथ चमका तब पत्थर हटाकर देखा गया तो बच्चे फुजैल का शव
पानी में उतरा रहा था। शव मिलते ही नजीर व उनके परिवार के घरो में कोहराम सा मच गया।
फुजैल की मौत से मां और दादी का बुरा हाल था।
नजीर के ही परिवार में नही बल्कि पूरे मोहल्ले में शोक की लहर सी फैल गयी।
कुछ ही देर में सैकड़ो लोगो की भीड़ जमा हो गयी। हर कोई खुले नाले और नगर पालिका को कोस
रहा था। इससे पूर्व भी इस नाले में कई बच्चे गिर चुके है जिन्हे देख लेने पर बचा लिया
गया। इस नाले पर पत्थर डालने की मांग मोहल्लेवासी करते आ रहे है लेकिन पालिका परिषद
के भेद-भाव पूर्ण नीति का खामियाजा सगीर को अपना बेटा खोकर चुकाना पड़ा।
मोहम्मदी से हरविन्दर सिंह की रिपोर्ट
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