लखीमपुर-खीरी। चुनाव के द्वितीय चरण मे
खीरी जिले की आठो विधानसभाओ मे कुल 67-53 प्रतिशत मतदाताओ ने अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए लोकतंत्र
की मजबूती हेतु मतदान किया। धौरहरा विधानसभा मे 65 प्रतिशत] गोला 66] कस्ता 70] लखीमपुर 64] मोहम्मदी 67] निघासन 66] पलिया 67 व श्रीनगर मे 66 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव के दौरान
कमिश्नर]
डीआईजी
व डीएम]
एसपी
ने सभी विधानसभा क्षेत्रो मे मतदान केन्द्रों का निरीक्षण करके सुरक्षा व्यवस्था
का जायजा लिया तथा मतदानकर्मियो को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
ईवीएम की खराबी से आधा घण्टा मतदान बाधित
धौरहरा विधानसभा क्षेत्र के जोधापुरवा के
बूथ संख्या 324 और मूशेपुर के बूथ संख्या 199 में ईवीएम मशीन में खराबी के चलते मतदान
आधा घंटे तक बाधित रहा। बाद में दोनों जगहों पर मशीन बदले जाने पर मतदान शुरू हो
सका। इसी तरह निघासन विधानसभा के अंतर्गत झण्डी कस्बे के बूथ नंबर 58 और 59 की ईवीएम की गड़बड़ी से वहां करीब पौन घंटे
बाद पोलिंग शुरू हो सकी। साथ ही क्षेत्र के सिंगाही कस्बे मे राजा प्रताप विक्रम
शाह इंटर कालेज में बने बूथ नंबर 130 की ईवीएम भी मतदान शुरु होने के एक घण्टे बाद आठ बजे ही खराब हो
गई। इसे एक घंटे बाद ठीक किया गया, तब तक मतदान बंद रहा। इसके अलावा दरेरी के बूथ नंबर 231 पर भी ईवीएम खराब हो गई थी। एसडीएम को
इसकी जानकारी होने के बाद मशीनें बदलवाई गईं। इसी क्रम मे मोहम्मदी विधानसभा
क्षेत्र मे पीडी भारतीय इण्टर कालेज में बूथ संख्या 93 की ईवीएम खराब होने के चलते मतदान 30 मिनट देरी से प्रारम्भ हुआ। वही प्राथमिक
विद्यालय नगर क्षेत्र मोहम्मदी के बूथ संख्या 99 पर भी मशीन खराब हो गई जिसे बाद मे
बदलवाया गया। ऐसे ही पलिया विधानसभा मे भी प्राइमरी स्कूल में बूथ संख्या 118 पर ईवीएम मशीन खराब हो जाने से लगभग 30 मिनट मतदान प्रभावित रहा।
नहीं डाला वोट] किया बहिष्कार
निघासन विधानसभा के अंतर्गत सिंगाही के
मांझा गांव में बने पोलिंग सेंटर पर 915 में से 218 वोटरों ने ही वोट डाले। यहां मांझा समेत पड़ोस के चैगुर्जी, बघौड़िया और कढ़िले पुरवा गांवों के वोटर
शामिल किए गए थे। इनमें से केवल चैगुर्जी के वोटरों ने ही वोट डाले। इस सेंटर पर
भाजपा के अलावा अन्य किसी दल का कोई एजेंट तक नहीं मिला। यहां के लोगों ने पुल
नहीं तो पोल नहीं का नारा देकर मतदान के बहिष्कार का निर्णय लिया था। इसी क्रम मे
गोला विधानसभा के अंतर्गत हैदराबाद थाना क्षेत्र के ग्राम बसही में सुबह लगे मतदान
केंद्र पर पहुंचने के बजाए लामबंद हो गए वोटरों ने विकास न होने का मुद्दा बनाकर
वोटिंग के बहिष्कार का ऐलान कर दिया जिससे खलबली मच गई जिसके बाद आनन फानन वहां
प्रशासनिक अधिकारी व कुछ दलों के प्रत्याशी समर्थक पहुंच गए जिन्होने वोटरों को
समझाया बुझाया और आखिरकार वहां करीब 11 बजे पहला वोट पड़ पाया।
वोट डालने से वंचित रह गए सैकड़ों मतदाता
मोहम्मदी विधानसभा क्षेत्र मे बूथ संख्या 70 ग्राम हथेला वाजिदपुर में लगभग 200 ग्रामीणों के नाम वोटर लिस्ट से नदारत
होने से यह सभी अपने मताधिकार का प्रयोग करने से वंचित रह गये। ग्रामीणों ने
ंबीएलओ कमला देवी पर उनके वोट काटने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह लोग प्रधानी व
लोकसभा के चुनावों में मतदान कर चुके है। सभी के पास परिचय पत्र व आधार कार्ड होने
के बाद भी उनका नाम मतदाता सूची से कैसे नदारत हो गया यह जांच का विषय है। फिलहाल
मतदान न कर पाने से लोगों में आक्रोश देखा गया। ऐसे ही धौरहरा विधानसभा मे मोहल्ला
चमारनटोला के राम भजन नें डीआईजी प्रवीण कुमार को अपना पहचान पत्र दिखाते हुए
शिकायत की कि उसे मतदाता सूची में मृतक दिखाया गया है जबकि मै जीवित हूँ। इस कारण
वह वोट डालने से वंचित रह गया। लखीमपुर विधानसभा मे भी शहर के मोहल्ला शाहपुरा
कोठी निवासी अर्चना पुत्री रामगोपाल अपने परिजनो साथ सदर स्कूल मे वोट डालने पहुची
थी। उनके परिजनो की मतदाता पर्ची की पुष्टि होने से उनका तो वोट पड़ गया लेकिन जब
अर्चना का नम्बर आया तो मतदान कर्मी ने उसे मृत होने या कहीं चले जाने की वजह से
मतदाता सूची मे नाम न होने की बात कही जिससे वह अपना वोट नही डाल सकी। इसी तरह
पलिया विधानासभा क्षेत्र मे ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाता पहचान पत्र होने के
बावजूद मतदाता सूची में नाम न होने से कई मतदाताओं को मतदान केन्द्रो से निराश
होकर वापस लौटना पड़ा।
पहले वोट.......फिर बारात
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