विरोध प्रदर्शन मे फूंका सपा जिलाध्यक्ष का पुतला




लखीमपुर-खीरी। सपा कार्यालय लोहिया भवन में बैठक के दौरान राज्य महिला आयोग उप्र की पूर्व सदस्या डा. बेनजीर उमर की उनकी ही पार्टी नेताओं द्वारा बर्बरतापूर्वक की गई पिटाई के मामले ने अब तूल पकड़ना शुरु कर दिया है।

पहले पार्टी की अल्पसंख्यक नेताओं के विरोध के बाद अब पार्टी के ही अन्य समुदाय के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ कई राजनैतिक पार्टियों और समाजसेवी संगठनों के लोगों ने घटना का विरोध करते हुए सपा जिलाध्यक्ष अनुराग पटेल का पुतला फूंककर घटना की घोर भत्र्सना की और मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

बताते चलें कि गत 25 मई को राज्य महिला आयोग उ0प्र0 की पूर्व सदस्या डा. बेनजीर उमर की सपा नेताओं ने उस वक्त बुरी तरह पिटाई कर दी थी जब वह जिला कमेटी की बैठक में शामिल होने पहुंची थी। इस मामले में डा. बेनजरी उमर की तरफ से सपा जिलाध्यक्ष अनुराग पटेल सहित विधायक कृष्ण गोपाल पटेल, गोला विधायक विनय तिवारी, श्रीनगर विधायक रामसरन, आदि पर मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया गया जबकि सपा की तरफ से जिला पंचायत सदस्य आर0पी0 चैधरी की ओर से रिपोर्ट लिखी गई थी।

घटना के बाद से इस मामले में पार्टी के ही अल्पसंख्यक समुदाय के नेता व कार्यकर्ताओं ने पार्टी पदाधिकारियों व विधायकों के खिलाफ मोर्चा खोलकर मुख्यमंत्री व सपा मुखिया को ज्ञापन भेजकर कार्यवाही की मांग की। इसी क्रम मे शनिवार को जिला मुख्यालय पर रेहान, आमिर, रजिवान, इशहाक सहित दर्जनों अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं ने पुराने एस0पी0 बंगले के पास जिलाध्यक्ष अनुराग पटेल का पुतला फूंकते हुए विरोध प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री से मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।

निघासन मे भी हुआ विरोध
इस मामले को लेकर निघासन विधान सभा क्षेत्र के चखरा व तेनघरवा गांव में दर्जनों लोगों ने भी सपा जिलाध्यक्ष अनुराग पटेल का पुतला फूंकते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इसके अलावा सुंदरवल कस्बे में आफताब खां (सपा मजदूर सभा अध्यक्ष) के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ताओं ने पुतला फूंकते हुए विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही राष्ट्रीय लोकदल के मंडल अध्यक्ष लियाकत अली खां ने प्रमुख सचिव गृह को ज्ञापन भेजकर सपा कार्यालय में हुई घटना को जघन्य अपराध बताते हुए घटना में नामजद लोगों की गिरफ्तारी की मांग की है।

आप ने की तीखी निन्दा
आम आदमी पार्टी ने भी इस घटना को महिला उत्पीड़न की संज्ञा देते हुए डा. बेनजीर उमर को इंसाफ दिलाने की मांग करते हुए घटना की तीखी शब्दों में निंदा की।

सपा कार्यालय में हुई इस वारदात के बाद जिले में सियासी पारा गरमाने लगा है। पहले समाजवादी पार्टी के अल्पसंख्यक समुदाय के लोग और अब अन्य राजनीतिक पार्टियां व समाजसेवियों के विरोध के बाद समाजवादी पार्टी की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं।

Post a Comment

Previous Post Next Post