सर्वांगीण विकास के लिए देश को मुलायम सिंह जैसे प्रधानमंत्री की जरूरत : सलाहउद्दीन





लखीमपुर-खीरी। लोकसभा चुनाव 2014 में आरक्षण, सुरक्षा, सम्मान और सत्ता में भागीदारी के लिए समाजवादी पार्टी को वोट दें मुसलमान।

यह बात आज जनपद खीरी मे आयोजित एक पत्रकार वार्ता में आॅल इण्डिया दलित मुस्लिम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सलाहउद्दीन (शीबू) एडवोकेट ने कही। मोर्चा के अध्यक्ष सलाहदउद्दीन (शीबू) ने कहा कि यूपीए देश को लूटना चाहता है और एनडीए देश को बांटना चाहता है। इसलिए मुल्क से मोहब्बत करने वालों को तरक्की-अमन-सेक्युलरिज़्म भाईचारे के लिए तीसरे मोर्चे के साथ हो जाना चाहिए।

 मुलायम सिंह जब-जब हुकूमत में आये उन्होंने धर्म, जाति, क्षेत्र की भावना से ऊपर उठकर समाज के कमजोर वर्गों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों विशेषकर मुसलमानों के लिए विकास के रास्ते खोले और सत्ता में मजबूत भागीदारी दी। सर्वांगीण विकास के लिए देश को मुलायम सिंह जैसे प्रधानमंत्री की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की गद्दी का रास्ता उप्र से होकर जाता है। देश के मुसलमान और सैक्युलर सोच के लोग संगठित होकर समाजवादी पार्टी को वोट दें तो देश को लुटने और बंटने से बचाया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि यदि रवि वर्मा जीतेंगे तो सपा मजबूत होगी और सपा मजबूत होगी तो लखीमपुर के साथ-साथ पूरे देश का विकास होगा और देश में भ्रष्टाचार का खातमा होगा। अमन-चैन और खुशहाली आएगी। उन्होंने कहा कि जब-जब चुनाव आते हैं इस मुल्क के मुसलमानों को कभी शहबानों केस कभी बावरी मस्जिद, पर्सनल लाॅ, मेरठ मलियाना, हाशिमपुरा, गुजरात और मुजफ्फरनगर जैसे मसलों में उलझाया जाता है और जज्बाती नारे देकर कोई उन्हें डराकर, कोई उनके जख्मों पर मरहम लगाकर वोट हासिल कर लेता है, लेकिन उनके विकास के लिए कुछ नहीं करता। लेकिन मुसलमान अब समझदार हो चुका है उसे भी वोट के बदले विकास और सत्ता में भागीदारी चाहिए।

 उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से जिन राजनैतिक पार्टियों को मुसलमानों ने बहुमत दिया अगर उनका तुलनात्मक अध्ययन करें तो समाजवादी पार्टी वाहिद ऐसी पार्टी है, जिसने अपने दौरे हुमुमत में सबसे ज्यादा मुस्लिम वजीर बनाये उर्दू को रोजगार से जोड़ने के लिए उर्दू टीचरों, उर्दू अनुवादकों की भर्ती की। पुलिस और पीएसी में बड़ी तादात में मुस्लिम नौजवानों को मौका मिला। मुस्लिम बच्चियों की शादी और पढ़ाई के लिए सहायता, बड़ी तादात में मदरसों को ग्रान्ट, प्रमुख सचिव महाधिवक्ता और डीजीपी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर मुसलमानों की नियुक्ति, आतंकवाद के झूठे आरोपों में बन्द बेगुनाह मुस्लिम नौजवानों के मुकदमें वापस लेना और अपने दौरे हुकूमत में बावरी मस्जिद को बचाये रखना जैसे महत्वपूर्ण कार्य किये है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मुसलमानों को कमजोर करने की साजिश के तहत 1950 में राष्ट्रपति महोदय के आदेश के जरिये संविधान के अनुच्छेद 341 पर धार्मिक प्रतिबन्ध लगाकर मुसलमानों और इसाईयों की सबसे बड़ी आबादी दलित मुसलमानों और दलित इसाइयों को अनुसूचित जाति के आरक्षण व अन्य सुविधाओं से वंचित कर दिया। जिस कारण आज पूरे देश के मुसलमानों के हालात दलितों से बदतर हो गये है। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट ने इसे साबित भी कर दिया। मुलायम सिंह यादव ने 05 दिसम्बर 2006 को अपने दौरे हुकूमत में संविधान के अनुच्छेद 341 से धार्मिक प्रतिबन्ध हटाने का प्रस्ताव विधानसभा से पास कराकर केन्द्र सरकार को भेजा।

उप्र में अखिलेश यादव की सरकार ने भी अल्पसंख्यकों को सरकारी योजनाओं में 20 प्रतिशत आरक्षण देकर एक मजबूत पहल की है। इसलिए अगर मुलायम सिंह देश के प्रधानमंत्री बनते हैं तो मुसलमानों को आरक्षण, सुरक्षा, सम्मान और सत्ता में भागीदारी मिल सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा और आर एसएस ने एक साजिश के तहत कुछ तथाकथित स्वयंभू रहनुमाओं को दिल्ली के रास्ते देश के विभिन्न प्रान्तों में मुसलमानों को भड़काकर उनका वोट बांटने की जिम्मेदारी दी हैं। यह मोदी की सर्कस के मदारी है। ऐसे लोगों से मुसलमानों को होशियार रहना चाहिए। अगर मुसलमान संगठित होकर सपा को वोट करेंगे तो मोदी को टेन में बैठकर गुजरात वापस जाना पड़ेगा और देश को गुजरात बनने से बचाया जा सकता है।

 अगर मुसलमान और सैक्युलरिज्म में यकीन रखने वाले संगठित होकर बनारस में मोदी को हरा दें तो बनारस के साथ-साथ देश में भी नई सुबह की शुरूआत होगी। प्रेस वार्ता में मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनीस अहमद खान एडवोकेट, प्रदेश सचिव अनवर आलम एडवोेकेट, अमानुर रहमान एडवोकेट, समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता चन्दन लाल वाल्मीकि, निसार महलूद, भूपेन्द्र प्रताप वर्मा, आसिफ अली, कल्लू खां आदि मौजूद रहे।

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