......और जब डीएम बन गए टीचर





लखीमपुर-खीरी। सरकारी स्कूल में टीचरों की कमी देख निरीक्षण करने गए डीएम आकाशदीप ने खुद बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया। इतना ही नही डीएम ने जिले के सभी अधिकारियों से बच्चों को पढ़ाने की अपील की। डीएम नेे कहा कि सरकारी स्कूलों में तैनात शिक्षक भी समय से स्कूल पहुंचकर नौनिहालों का भविष्य संवारने में पूरी तन्मयता से जुट जाए। डीएम का पूरा जोर बच्चों के बेहतर पठन पाठन] किताबों के रखरखाव और गृहकार्य के साथ समय प्रबन्धन एवं साफ सफाई पर टिका रहा।

छात्रो मे जगी उम्मीद की किरण
डीएम आकाशदीप शनिवार को मुख्यालय पर स्थित राजकीय इण्टर कालेज का निरीक्षण करने पहुंचे तो स्कूल में उन्हें शिक्षकों की भारी कमी नजर आई। इससे वहां पढ़ रहे छात्रों को काफी दिक्कतें आ रही थी। ये देखने के बाद डीएम खुद मास्टर जी की भूमिका में आ गए और छात्रों को पढ़ाना शुरू कर दिया। डीएम की इस अनूठी पहल से छात्रों में एक उम्मीद की किरण जगी है कि अब शायद शिक्षा मिल सके। डीएम के इस प्रयास की जमकर सराहना की जा रही है।

डीएम ने कहा कि बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने और संवारने में शिक्षक सेतु की तरह काम करते है। ऐसे में शिक्षा की बुनियाद मजबूत होगी तभी बच्चें देश के अच्छे नागरिक बनेंगे। आगे कहा कि समाज तेजी से बदल रहा है। अगर मार्ग से थोड़ा भी भटके तो अपराध की कीचड़ में फंसने में देर नही लगेगी। देश में नौजवानों के लिए असीम संभावनाएं है। शिक्षा के बाद तकनीकि शिक्षा लेकर अपना और देश का भविष्य संवार सकते है।

उन्होने यह भी कहा कि हर क्षेत्र में बेहतर मुकाम हासिल करने के लिए जरूरत सिर्फ मजबूत हौंसले व मेहनत की होती है। इस मौके पर डीएम  ने बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित ही नही किया बल्कि उनके जेहन में शिक्षा की महत्ता बसाने की हर संभव कोशिश की।  

बच्चो की जिज्ञासाओ को किया शांत
डीएम ने कालेज की थियेटर क्लास में पहुंचकर बच्चों से उनके दृष्टिकोण के बारे में तथा कैरियर को लेकर कई महत्वपूर्ण सवाल रखते हुए कहा कि छात्र के लिए कैरियर को लेकर उसका विजन बहुत ही साफ होना चाहिए। उन्होनें इण्टरमीडिएट के छात्रों को यह भी बताया कि अब वह इस कक्षा में आकर इण्टर इन लाइफ हो गये है। बाद में बच्चों की जिज्ञासा से संबंधित सवालों के उत्तर दिए।

एक विद्यार्थी से उन्होनें यह पूछा कि वह शिक्षा के पश्चात क्या बनना चाहता है तो डाक्टर बनने की बात सामने आने पर उन्होनें पूछा कि डाक्टर ही क्यों बनना चाहते हों। प्रतिउत्तर के संबध में उन्होनें बच्चों को सुझाव दिया कि कैरियर स्थापित करने की दिशा में न केवल आपका विजन क्लीयर होना चाहिए। वरन देश काल परिस्थितियों के अनुरूप समाज सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। समाज की आवश्यकताओं की प्रतिपूर्ति में आपकी शिक्षा ज्ञान तकनीकि देश के लिए समृद्धि का कारण बनती हैं और इसके लिए आपकों श्रेय भी मिलता है।

उदाहरण सहित समझाई भौतिक विज्ञान
भौतिक विज्ञान के संदर्भ में आकाशदीप ने बच्चों को वेक्टर, सदिश एवं अदिश राशियों के बारे में विस्तार से बताते हुए परिमाण एवं दिशा की आवश्यकता पर जानकारी उपलब्ध करायी और श्याम पट पर सदिश एवं अदिश राशियों के संदर्भ में अनेको उदाहरण भी प्रस्तुत किए। वेग और गति के फर्क को भी उन्होनें भौतिक शास्त्र के कक्षा 12 के छात्रों को परिणाम परक जानकारी मुहैया करायी।  

जिले के लोग खुश
जनपद के वांशिदों का मानना है कि लखीमपुर खीरी जिले का राजकीय इण्टर कालेज अन्य प्राइवेट कालेजों से काफी पीछे है ऐसे में डीएम की इस अनूठी पहल की तारीफ की जानी चाहिए। एक स्टूडेंट का कहना है कि डीएम सर की क्लास में आने के बाद काफी अच्छा लगा। वो बहुत अच्छा पढ़ा रहे है। अगर इसी तरह से आकर पढ़ाते रहे तो हम लोग काफी आगे बढ़ जायेगे।

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