नाकाम है खीरी पुलिस की कानून व्यवस्था



 लखीमपुर-खीरी। अपराधो पर अंकुश लगाने व कानून व्यवस्था को बनाए रखने में नाकाम जिले की भीरा पुलिस की कार्यशैली इन दिनो सुर्खियों में हैं। पिछले डेढ़ माह में हुई घटनाओ परं नजर डाले तो दो कदम चलने के बाद हाफने वाली भीरा पुलिस की जमीनी हकीकत की वास्तविकता कुछ और ही बंया करती हैं।

लूट व चोरी की बड़ी घटनाओ को हल्के में लेने वाली भीरा पुलिस को यह ते स्मरण नही रहता कि जहा इससे पुलिस मुखिया सत्येन्द्र सिंह की मंशा तार तार होती हैं वही खाकी पर भी सवालिया निशान लग जाता हैं। पिछले दिनो हुई घटनाओ पर नजर डाले तो एक भी घटना को भीरा पुलिस नही खोल पाई हैं।
केस 01........

भीरा थाना क्षेत्र की गुलरिया शाखा के भारतीय स्टेट बैंक से 70,000 रूपये निकालकर जा रहे जंगलीनाथ निवासी छत्रपाल से लुटेरो ने दिनदहाड़े तमंचे के बल पर घटना को अंजाम देते हुए लूट लिए थे। घटना के बाद हरकत में आई पुलिस ने बैंक के सीसीटीवी कैमरो में काफी देर तक छानबीन की लेकिन अभी तक उन लुटेरो का कोई भी सुराग नही लगा हैं। यही नही इससे पहले भी पड़रिया की यूपी इलाबाद बैंक व गुलरिया की भारतीय स्टेट बैंक से करीब आधा दर्जन लूट की वारदाते हुई हंै, जिनकी डकार तक पुलिस ने नही ली।
केस 02.......

भीरा थाना क्षेत्र के मलूकापुर गांव में घर के बाहर अपने पोतो के साथ सो रही बुजुर्ग महिला महाजन देवी को अज्ञात लोगो ने गोली मारकर घायल कर दिया था और जाते जाते एक राउंड हवाई फायर कर ग्रामीणो को दहशत में ला दिया था। वही घायल वृद्वा को गंभीर हालत में लखनऊं रेफर कर दिया गया था। इस घटना में अभी भी रहस्य बरकरार हैं कि हमलावार कौन थे? और वो किस इरादे से आए थे? हालांकि इस घटना के सम्बंध में भीरा इंस्पेक्टर नें सफाई देते हुए कहा था कि प्रथम दृष्टया मामला घरेलू जमीनी विवाद लगता हैं लेकिन कुछ भी हो अभी तक इस मामले में कोई भी गिरफतार नही किया गया हैं।
केस 03....

भीरा थाने के पड़रिया गांव के ठाकुरद्वारा में पिछले सोेमवार को हुई करोड़ो की अष्टधातु की मूर्तियों की चोरी में पुलिस ने शुरूआती दौर में आठ लोगो को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था लेकिन दूसरे दिन ही उन्हे छोड़कर इस घटना को भी ठण्डे बस्तें में डाल दिया था जिससे नाराज हो पड़रिया कस्बे के व्यापारी व ग्रामीणो ने बाजार बन्द कर विरोध प्रदर्शन किया था। जिससे हरकत में आई पुलिस ने दो दिन में खुलासा करने कर आश्वासन देकर दुकाने खुलवा दी थी लेकिन अभी तक ग्रामीणो को पुलिस से आश्वासन के नाम पर सिर्फ लालीपाप मिला हैं। जिससे ग्रामीणो में एक बार फिर आक्रोश व्याप्त है।

उपरोक्त घटनाओ के खुलासे के सम्बन्ध मे भीरा के इन्स्पेक्टर डीके उपाध्याय से जानकारी करने पर उन्होने कहा कि चुनाव में व्यस्तता होने के कारण समय नही दे पाया थाने का सारा स्टाफ भी चुनाव डयूटी में लगा हुआ हैं। चुनाव निपटते ही जल्द से जल्द घटनाओ का खुलासा करूंगा।

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