फुफेरे भाइयों पर सात वर्षीय बच्चे की हत्या का आरोप




लखीमपुर-खीरी। जिले के थाना निघासन इलाके के गांव प्रीतम पुरवा में रंजिश के चलते सगे फुफेरे भाइयों और उसके साथियों ने सात वर्षीय बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी।

आरोप है कि आरोपियों ने हत्या के बाद शव को गांव से करीब एक किलोमीटर दूर स्थित सुहेली नहर में बनें एक गड्ढे में छिपा दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को गड्ढे से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को हिरासत में लिया है।

गांव प्रीतम पुरवा निवासी वारिस की पत्नी रोशनी ने बताया कि गुरूवार की शाम करीब छह बजे सगा फुफेरा भाई दीपू बाइक लेकर आया और सात वर्षीय सोहिल को उस पर बैठाकर कस्बे में रोजा अप्तार कराने के बहाने लेकर चला गया। सोहिल को ले जाते हुए उसकी मां रोशनी ने दूर से देखा। उसने दीपू को आवाज लगाई लेकिन वह बाइक लेकर चला गया।

देर रात तक जब सोहिल वापस नहीं आया तो रोशनी दीपू के घर गई। आरोप है कि दीपू और उसके भाइयों ने उससे अभद्रता करते हुए वहां से भगा दिया। काफी बातचीत के बाद दीपू ने उसे कस्बे की साप्ताहिक बाजार में छोंडऩे की बात कही। शुक्रवार की सुबह गांव के ही मजदूर कल्लू आदि लइया लगाने के लिए नहर के किनारे खेतों की ओर गए थे। वहां पर वह लोग नहर में पहले से नोंची पड़ी लइया को बाहर निकालने लगे।

इसी बीच कुछ दूरी पर गड्ढे में कपड़े दिखाई पड़े। उन लोगों ने कपड़े देखकर उसे बाहर खींचने लगे तो बच्चे का शव बाहर निकला। बच्चे का शव देखकर मजदूर घबरा गए। उन्होंने उसकी शिनाख्त करते हुए इसकी सूचना वारिस को दी। मौत की खबर सुनकर उनके परिवार में कोहराम मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

प्रत्यक्षदर्शियों और मृतक के परिवार वालों के मुताबिक सोहिल के मुंह और कान से खून बह रहा था तथा उसका दायां हांथ टूटा हुआ था जो पूरा घूम जाता था। इसके अलावा उसका गला सूजा था। आरोप है कि सुहेल के सगे फुफेरे भाई दीपू, सलीम, रियासत, हनीफ, बाबू और गांव झौआ पुरवा निवासी उनके दो साथियों ने मिलकर उसकी हत्या कर शव नहर में फेंक दिया है।

बताते हैं कि वारिस ने अपनी बड़ी पुत्री साइबुन का विवाह गांव में स्थित बहन के छोटे बेटे दीपू के साथ तय किया था। यह शादी 29 जून को होनी थी लेकिन शादी के तीन दिन पहले दीपू के परिवार वालों ने शादी में बाइक, कूलर, फ्रीज व बेड आदि की मांग की।

वारिस ने दहेज देने में अस्मर्थता जताई। इस पर उन लोगों ने शादी करने से मना कर दिया। मामला पंचायत में पहुंचने के बाद भी वह लोग शादी के लिए तैयार नहीं हुए, इसी रंजिश के चलते सोहिल की हत्या कर दी गई।

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