लखीमपुर-खीरी। विश्व हिन्दू परिषद के स्वर्ण जयंती वर्ष पर स्थानीय
नसीरुददीन मौजी हाल के प्रांगण मे हिन्दू महा सम्मेलन का आयोजन किया गया।
महा सम्मेलन मे बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड से आयीं साध्वी प्राची
उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। सम्मेलन मे
बोलते हुए साध्वी प्राची ने उत्तर प्रदेश सरकार के एक गैर हिन्दू मंत्री पर बगैर
उनका नाम लिये जमकर निशाना साधा। उन्होने मुजफ्फरनगर काण्ड पर एक समुदाय विशेष के
लोगो पर असंवैधानिक तीखी टिप्पणी भी की।
साध्वी प्राची ने हिन्दुओ का आवाहन करते हुए एक होकर गौ हत्या रोकने की
पुरजोर अपील की, साथ ही हिन्दू महिलाओ को चार बच्चे पैदा करने की नसीहत भी दी। इस
अवसर पर शाहिद नाम के एक मुस्लिम ने अपने परिवार सहित साध्वी प्राची के सानिध्य मे
हिन्दू धर्म स्वीकार किया।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए साध्वी ने कहा कि प्रदेश सरकार मे ला एण्ड
आडर की स्थिति बहुत खराब है, थानो मे महिलाओ संग रेप हो रहे है तथा पूरे प्रदेश मे
जंगलराज कायम है। उन्होने कहा कि हम घर वापसी का विरोध नहीं करते है लेकिन
धर्मान्तरण का विरोध करते है, इस पर कानून भी बनना चाहिये। इस मौके पर हजारो की
संख्या मे हिन्दू जन उपस्थित रहे।
घर वापसी पर हुआ बवाल.........
हिन्दू महासम्मेलन के दौरान शाहिद नाम के एक मुस्लिम शख्स द्वारा अपने
परिवार सहित साध्वी प्राची के सानिध्य मे हिन्दू धर्म स्वीकार करने पर बवाल मच
गया। हुआ ये कि इस मामले मे पुलिस द्वारा उस शख्स को जबरन कोतवाली उठा ले जाने के
कारण सम्मेलन मे मौजूद विश्व हिन्दू परिषद के नेताओ ने जिला व पुलिस प्रशासन
मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए बवाल काटना शुरु कर दिया जिससे घबराये प्रशासन ने आनन
फानन मे उसे कोतवाली से सम्मेलन स्थल पर लाया गया और सम्मेलन हेतु बनाये गये
पण्डाल के पास ही साध्वी प्राची के सानिध्य मे मजिस्ट्रेट के समक्ष उसके बयान दर्ज
कराये गये जिसके बाद मामला शांत हो सका।
पहले भी शख्स था हिन्दू........
आज घर वापसी करने वाला शाहिद नाम का शख्स पहले हिन्दू था जिसे राजन पुरी
के नाम से जाना जाता था यह थाना खीरी के मोहल्ला शेखसराय का निवासी है। राजन ने
बताया कि इसने अपनी शादी रोजी नाम की एक मुस्लिम महिला से कर ली थी जिसके कारण 26
मई 2006 को इसने मुस्लिम धर्म स्वीकार करते हुए अपना नाम शाहिद रख लिया। आज साध्वी
प्राची के कार्यक्रम मंे इसने अपनी पत्नी व दो छोटे बच्चों सहित सार्वजनिक रुप से
हिन्दू धर्म स्वीकार किया जिसके बाद इसकी पत्नी रोजी का नाम अब रश्मी पुरी हो गया
है।
Post a Comment