पूर्व केन्द्रीय मंत्री की सुरक्षा वापस लिये जाने पर खफा हुए कांग्रेसी




लखीमपुर-खीरी। केन्द्र सरकार द्वारा पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद की सुरक्षा वापस लिये जाने पर जनपद खीरी के कांग्रेसजनों ने एक बैठक आयोजित की।

बैठक को सम्बोधित करते हुए पीसीसी सदस्य रवि प्रताप सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वेषपूर्ण कार्यवाही कर रही है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद का हर वक्त जनता के बीच मे ही समय व्यतीत होता है। उन्होने कहा कि खास तौर से उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था बहुत ही लचर है ऐसे में केन्द्र सरकार द्वारा सुरक्षा वापस लिया जाना अनुचित है। केन्द्र सरकार को राजनीतिक विद्वेष के कारण देश की जन नेताओं के विरूद्ध इस तरह की कार्यवाही कतई शोभा नही देती है।

केन्द्र सरकार जनता से किये हुए अपने वादों पर ध्यान दे जिन्हें अभी तक एक भी वादा पूरा नही किया जा सका है। कांग्रेस की केन्द्र सरकार द्वारा बनाये गयी योजनाओं को ही अभी तक केन्द्र की सरकार लागू करके जनता को गुमराह कर रही है। पूर्व मंत्री माया प्रसाद ने कहा कि लोकतंत्र में सरकारें आती और जाती रहती है यही लोकतंत्र की पहचान है पर जो भी सरकार होती है उसका यह दायित्व है कि वह देश के नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था के साथ कभी भी समझौता न करें, केन्द्र की सरकार में यदि इस तरह की कोई कार्यवाही हमारे नेता के विरूद्ध की जाती है तो निश्चित रूप से हम सब लोग उसका प्रतिकार करेंगे और अपने नेता की सुरक्षा व्यवस्था में कोई भी कमी नही रहने दी जायेगी।

बैठक मे पूर्व जिलाध्यक्ष इकबाद अहमद खां ने कहा कि पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद एक जन नेता है उन्हें क्षेत्र में रात और दिन किसी भी समय जाना पड़ सकता है ऐसे में यदि उनकी सुरक्षा में कटौती की जाती है तो यह पूर्णतया अनुचित होगा। सरकार चाहें जो भी हो उसे देश के लोगों की सुरक्षा के साथ-साथ देश के जन नेताओं की सुरक्षा पर पूरा ध्यान देना चाहिए।

बैठक को आगे सम्बोधित करते हुए पीसीसी सदस्य राजीव अग्निहोत्री ने कहा कि लोकतंत्र में सरकारांे का बदलना तो लोकतंत्र की पहचान है परन्तु सरकार बनने के बाद इस तरह की कार्यवाही करना सरकार के लिए बहुत ही शर्मनाक कृत्य है इससे पहले भी केन्द्र में कई बार दूसरे दलों की सरकारें बनी और उन सरकारों ने कुछ नेताओं की सुरक्षा में कटौती की जिसका परिणाम देश के लिए अच्छा नही रहा, केन्द्र सरकार को पिछली सरकारों के द्वारा इस तरह के लिये गये निर्णयों का आत्म मंथन करने के उपरान्त पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद की सुरक्षा बहाल करनी चाहिए यदि शीघ्र ही इस पर कोई निर्णय केन्द्र सरकार द्वारा नही लिया गया तो निश्चित रूप से हम सब केन्द्र सरकार के इस विद्वेषपूर्ण कार्यवाही के विरूद्ध धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

बैठक के दौरान इरफान किदवई, मनीष सिंह, अजीजुद्दीन सिद्दीकी, नवीन पाण्डेय, राजीव मिश्रा, विनोद कुमार, शिवकुमार, मंगू लाल मौर्य, अनिल, कमलेश, द्वारिका प्रसाद, प्रमोद कुमार, विजय कुमार सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित रहे।

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