लखीमपुर-खीरी। विगत करीब तीन वर्ष पूर्व अधिवक्ताओ व लेखपालो के मध्य हुए
खूनी संघर्ष के मामले मे वकीलो द्वारा कोर्ट की अवमानना करने पर हाईकोर्ट ने तेईस
वकीलो को जेल भेजा है।
लखीमपुर-खीरी के वकीलो ने एक दिन की हड़ताल रखते हुए कोर्ट के फैसले के
अनुपालन मे ढोल नगाड़े बजाते हुए फूल माला पहनाकर, गुलाल उड़ाते हुए अपने साथियो
को जिला कारागार के गेट तक पहंुचाया। ज्ञात हो कि 03 सितम्बर 2011 को जिले की
मोहम्मदी तहसील मे लेखपालो व अधिवक्ताओ के मध्य हुए विवाद मे दोनो पक्षो मे खूनी
संघर्ष हुआ था जिसमे दो अधिवक्ताओ की मौत हो गई थी, और तीन गम्भीर रुप से घायल हो
गये थे।
पुलिस ने इस मामले मे दोनो पक्षो की ओर से क्रास केस दर्ज किया था। पुलिस
ने 169 सीआरपीसी के तहत कार्यवाही करते हुए लेखपालो को रिहा करने हेतु जिला मुख्यालय
स्थित सीजेएम कोर्ट मे आवेदन किया था जिसकी सुनवाई करके तत्कालीन सीजेएम आरके
शुक्ला ने लेखपालो की रिहाई के आदेश पारित किये थे, इसी का विरोध करते हुए
अधिवक्ताओ ने तत्कालीन सीजेएम आरके शुक्ला की कोर्ट मे जमकर हंगामा काटते हुए
नारेबाजी की थी, सीजेएम ने इस मामले मे 24 वकीलो को नामजद करते हुए थाना कोतवाली
सदर मे तहरीर दी थी।
पुलिस ने इन वकीलो के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत
किया था, इसी केस की सुनवाई उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ मे हुयी थी जिसकी
सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने मई 2014 मे नामजद 24 वकीलो मे से एक वकील को तीन माह
की कैद और बाकी अन्य वकीलो को एक एक महीने का कारावास और जुर्माने की सजा सुनायी
थी, इसके साथ ही कोर्ट ने इस आदेश को तीन महीने तक क्रियान्वित न करने का आदेश भी
पारित किया था।
समय सीमा पूर्ण होने पर शुक्रवार
को शेष 23 वकीलो ने जिला अधिवक्ता संघ मे बैठक करके सीजेएम प्रीति श्रीवास्तव की
कोर्ट मे आत्म समर्पण कर दिया, सीजेएम ने सभी औपचारिकताये पूरी करने के बाद इन 23
वकीलो को जेल भेज दिया।
यह वकील गये जेल
कोर्ट
मे सरेण्डर करने के बाद जेल गये वकीलो मे राजीव तिवारी ‘अन्नू‘, अखिलेश त्रिपाठी,
संजय श्रीवास्तव, बलबीर वर्मा, राकेश कुमार शुक्ला, जंग बहादुर सिंह, चन्द्र मोहन
सिंह, राम चन्द्र दीक्षित, रामकुमार भार्गव, नवनीत पाण्डेय, घनश्याम अग्निहोत्री,
पंकज बाजपेई, हरजीत सिंह, मोहम्मद आफताब अहमद, मनोज प्रजापति, हरीश श्रीवास्तव, लालजी
वर्मा, अजय पाण्डेय, प्रदीप सिन्हा, मुनेन्द्र त्रिपाठी, अजय मिश्रा, राजीव
गुप्ता, राम गोपाल पाण्डेय आदि अधिवक्ता शामिल है।
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