लखीमपुर-खीरी।
भारतीय जनता पार्टी से मथुरा की सांसद व अपने जमाने की ड्रीम गर्ल हेमामालिनी ने
कहा कि उत्तर प्रदेश के नाम से जाना जाने वाला प्रदेश अब उल्टा प्रदेश होता जा रहा
है। विकास न होने के कारण यह प्रदेश गर्त में समाता दिख रहा है। जब भाजपा की सरकार
यूपी में थी, उस समय विकास हुआ था, उसके बाद से प्रदेश का विकास रूक गया है।
अपने 14
मिनट के भाषण मे उन्होने सपा सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि सपा के नेताओं
को प्रदेश के विकास के बजाए अपने जेबों को भरने की ज्यादा फिकर रहती है। जिले की
निघासन विधानसभा के उपचुनाव मे भाजपा प्रत्याशी रामकुमार वर्मा के समर्थन में
सिंगाही के मेला मैदान में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए हेमामालिनी ने
कहा कि देश के अन्य प्रदेशों में जहा भाजपा की सरकार है वहां पर विकास की गंगा बह
रही है।
यूपी में
विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ है। उन्होने कहा कि मथुरा कन्हैया तथा वाराणसी शिव
की नगरी है। देवीदेवताओं के इस प्रदेश में सपा व बसपा ने विकास की गति रोंक दी है।
गांवों में बिजली, सड़क, पानी अस्पताल में डाक्टर, स्कूल में मास्टर आदि मूलभूत
सुविधाओं के अभाव से इस प्रदेश के लोग जूझ रहे है। उन्होने कहा कि प्रदेश की कानून
व्यवस्था अत्यंत खराब होने के कारण महिलाएं सुरक्षित नहीं है।
हेमा मालिनी ने कहा कि यदि यूपी की जनता जागरूक
हो गई तो एक मिनट में सबकुछ बदल कर रख देगी। यूपी की खराब हालत के कारण विदेशों
में उसका नाम खराब हो रहा है। जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होने आगे कहा कि
गन्ना भुगतान, बाढ़ जैसी समस्या से यह तराई का इलाका जूझ रहा है। इस दौरान उन्होने
लोगों से भाजपा प्रत्याशी को भारी मतो से जिताने की अपील भी की।
इस मौके
पर भाजपा प्रत्याशी रामकुमार वर्मा के अलावा, अनूप गुप्ता, कुंवर राजराजेश्वर
सिंह, लोकेंद्र प्रताप सिंह, उत्तम पांडे, श्यामू पांडे, संतोष मौर्य, पलिया
चेयरमैन केबी गुप्ता, डीएस मौर्य, विनोद लोधी, नागेंद्र सिंह सेंगर, संजय सिंह,
केपी राना, सभाष त्रिपाठी, आदि लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन भाजपा
जिलाध्यक्ष विनोद मिश्रा ने किया।
सभा की
कुछ खास बातें.........
- हेमामालिनी के हेलीकाप्टर से उतरते ही भीड़ को संभालने के लिए पुलिस बल को करनी पड़ी कड़ी मशक्कत।
- सीओ रामासरे यादव ने मंच को कमजोर बताते हुए किसी को ऊपर चढऩे नहीं दिया, जिससे कार्यकर्ता हुए नाराज।
- हेलीपैड़ से लेकर मंच तक हांथों में फूल माला लेकर खड़े कार्यकर्ता जब हेमा मालिनी पर फूलों की बारिश करने लगे तो उन्होने फूल फेंकने से मना कर दिया। जब कार्यकर्ता नहीं माने तो उन्होने साड़ी के पल्लू से अपने चेहरे को ढक लिया।
- शोले की बसंती को देखने के लिए उमड़ा भारी जन सैलाब।
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